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स्वाइन फ्लू से हुई छत्तीसगढ़ में दो महिलाओं की मौत,मिले 7 और पॉजिटिव….

– स्वाइन फ्लू से न्यायधानी बिलासपुर में इलाज के दौरान दो महिलाओं की मौत हो गई है। कोरिया जिला अस्पताल से रेफर कर 4 अगस्त को अपोलो अस्पताल में महिला को इलाज हेतु भर्ती किया गया था। वही दूसरी महिला जांजगीर की थी। दूसरी तरफ प्रदेश में स्वाइन फ्लू के सात नए एक्टिव मरीज मिलेहैं।

बिलासपुर। स्वाइन फ्लू से दो महिलाओं की मौत हो गई है। पहली पीड़ित महिला को कोरिया जिला अस्पताल से रेफर कर बिलासपुर के अपोलो में एडमिट किया गया था। महिला ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। वहीं दूसरी महिला जांजगीर चांपा जिले की थी जो अपोलो में इलाज करवा रही थी। पर लामा करवा कर चली गई थी उसकी भी मौत हो गई है। दूसरी तरफ प्रदेश में स्वाइन फ्लू के सात एक्टिव मरीज और मिल गए हैं।

कोरिया जिला अस्पताल में एक महिला को भर्ती करवाया गया था। स्थिति सुधरता नहीं देखा उसे बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में 4 अगस्त को रेफर कर भर्ती करवाया गया। यहां इलाज के दौरान महिला में स्वाइन फ्लू के लक्षण को देखते हुए टेस्ट करवाया गया। जिसमें स्वाइन फ्लू पॉजीटिव होने की पुष्टि हुई। स्वाइन फ्लू पॉजीटिव मिलने पर महिला का इलाज किया जा रहा था। पर महिला की स्थिति बिगड़ती चली जा रही थी। जिसके चलते महिला को वेंटिलेटर पर रखा गया था। सांस लेने में दिक्कत के चलते ऑक्सीजन सपोर्ट भी दिया गया था। पर महिला इलाज के दौरान सर्वाइव नहीं कर पाई और दम तोड़ दिया।

जांजगीर की महिला ने भी तोड़ा दम:–

जांजगीर-चांपा जिले की महिला भी अपोलो में इलाज करवा रही थी। पीड़ित महिला भी टेस्ट के दौरान स्वाइन फ्लू पॉजीटिव पाई गई थी। महिला इलाज के दौरान अपोलो से लामा करवा कर वापस जांजगीर चली गई थी।
बिलासपुर सीएमएचओ ने जब इसकी जानकारी जांजगीर सीएमएचओ से ली तब पता चला कि महिला की मौत हो गई है।

प्रदेश में मिले 7 पॉजिटिव:–

प्रदेश में स्वाइन फ्लू के लक्षणों के आधार 9 पीड़ितो का एच 1, एन 1 वायरस टेस्ट किया गया। जिसमें दो नेगेटिव वही सात वर्तमान में एक्टिव पॉजिटिव मरीज मिले हैं। पॉजिटिव में बिलासपुर जिले में सबसे ज्यादा मरीज मिले। बिलासपुर जिले में चार पॉजिटिव मिले हैं। दो जीपीएम जिले में मिले हैं। वही एक जांजगीर जिले में मिला है। जबकि दो मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गई है।

यह है लक्षण:–

एच 1, एन1 इंफ्लूएंजा भी सामान्य इंफ्लूएंजा यानी सर्दी-जुकाम जैसे लक्षणों वाला ही होता है। अंतर यह है कि सामान्य सर्दी-जुकाम अधिकतम तीन दिनों में ठीक हो जाता है। लेकिन स्वाइन फ्लू में यह कई दिनों तक चलता है। इससे श्वसन तंत्र को नुकसान पहुंचता है। छोटे बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और दिल, किडनी, फेफड़े, रक्तचाप, कैंसर आदि की बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए यह फ्लू घातक हो सकता है। इसलिए चिकित्सकों की सलाह है कि लंबे समय तक सर्दी जुकाम रहने पर एहतियातन तुरंत स्वाइन फ्लू का परीक्षण करवाना चाहिए।

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