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किशोर बालिका के आकस्मिक मौत की जांच में लैलूंगा पुलिस ने किया हत्या का मामला दर्ज….
● बालिका के कथित प्रेमी और उसके साथी ने गला दबाकर की थी हत्या, दोनों आरोपी गिरफ्तार…..
रायगढ़ । 28 मई को लैलूंगा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मोहनपुर में एक किशोर बालिका (17 साल) का शव उसके घर अंदर किचन में पड़े होने की सूचना पर लैलूंगा पुलिस को मिली । जांच टीम द्वारा मौके पर पंचनामा कार्यवाही कर मृतका के वारिसानों से पूछताछ कर जांच किया गया । प्रथम दृष्टिया मृतिका का गला दबाकर हत्या के साक्ष्य मिले थे जिसकी पुष्टि के लिए शव का पोस्टमार्टम कराकर पीएम रिपोर्ट प्राप्त किया गया । पीएम रिपोर्ट में डॉक्टर द्वारा मृतका की मौत गला दबाने से दम घुटने से होना लेख किया गया है । थाना लैलूंगा के मर्ग क्रमांक 78/2024 की जांच पर आरोपी (1) सुरेश बैगा निवासी चौरंगा (2) गोपाल पटेल निवासी बनेकेला के विरुद्ध अपराध क्रमांक 127/2024 धारा 302, 34 आईपीसी का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया । विवेचना दरम्यान पाया गया कि मृतिका का सुरेश बैगा के साथ प्रेम प्रसंग था तथा सुरेश का मृतका के घर आना जाना था । मृतका के पड़ोस में उसकी चाची रहती थी जिसके साथ ग्राम बनेकेला के गोपाल पटेल की मित्रता थी । गोपाल पटेल, मृतका के चाची के घर अक्सर आता जाता था जिससे मृतिका और उसकी मां का अक्सर गोपाल पटेल के साथ झगड़ा विवाद होता था जिससे गोपाल पटेल दोनों से नाराज था । 27 मई की रात्रि सुरेश बैगा लड़की (मृतिका) से मिलने उसके घर आया था, दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा विवाद होने लगा । दोनों को घर के बाहर झगड़ा करते गोपाल पटेल देख लिया और वहां आया फिर गोपाल पटेल और सुरेश बैगा ने मिलकर किशोर बालिका को खींचकर बाड़ी तरफ लाये और जमीन में पटक कर बेल्ट से उसकी गला दबाकर हत्या कर दिये और उसके शव को उसके घर के किचन में छोड़कर भाग गए । *आरोपी सुरेश बैगा पिता मोहन लाल बैगा उम्र 27 साल निवासी चौरंगा थाना लैलूंगा और गोपाल पटेल पिता श्रद्धा पटेल उम्र 55 साल निवासी बनेकेला थाना लैलूंगा* को आज हत्या के अपराध में गिरफ्तार कर लैलूंगा पुलिस ने न्यायिक रिमांड में पेश कर जेल दाखिल की है ।
पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन एवं एसडीओपी धरमजयगढ़ श्री सिद्धांत तिवारी के मार्गदर्शन पर घटना के खुलासा एवं आरोपियों की पतासाजी, गिरफ्तारी में थाना प्रभारी लैलूंगा निरीक्षक राजेश जांगड़े, उपनिरीक्षक मान कुंवर सिदार एवं हमराह स्टाफ की अहम भूमिका रही है ।