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अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी….5 दिन जंगल में पड़ी रही लाश…ऐसे पहुंची पुलिस हत्यारों तक…आरोपी सौतेली माँ और भाई ही निकले हत्यारे….

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर । न्यायधानी बिलासपुर में हुए अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। सड़ी हुई लाश मिलने पर पहले उसकी शिनाख्त कर हत्या में शामिल आरोपी की सौतेली मां और भाई ही हत्या के आरोपी निकलें। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया है। मामला सिरगिट्टी थाना क्षेत्र का है।

मामले में मिली जानकारी के अनुसार 4 फरवरी को सूचक अजय सिंह ठाकुर ने फदहाखार जंगल में अज्ञात व्यक्ति के लाश पड़ी होने की सूचना दी । मौके पर सिरगिट्टी थाना प्रभारी नवीन देवांगन और सायबर प्रभारी कृष्णा साहू पहुंचे और शव का अवलोकन किया। जिसमे पाया गया कि अज्ञात व्यक्ति के शव पर धारदार हथियार के निशान थे। किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा धारदार हथियार से हत्या की नियत से वार कर चोट पहुंचाया गया था। जिसके बाद मृतक की पहचान छुपाने की नियत से शव को जूट के बोरे ढक कर आग लगा दिया। मामले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई।

मामले की सूचना एसपी संतोष सिंह को मिली तो उन्होंने सीएसपी पूजा कुमार के मार्गदर्शन में जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिए। सबसे बड़ी समस्या शव के शिनाख्त की थी। पुलिस को शव की जांच में जेब से एक अधजली फोन नंबर की पर्ची मिली। जिसके पीछे के नंबर तो दिख रहे थे पर आगे के नंबर जल गए थे। पुलिस ने गेसिंग के माध्यम से कई नंबरों पर ट्राय कर सही व्यक्ति के नंबर पर डायल किया। जिस पर फोन उठाने वाले व्यक्ति ने अपना नाम हलीम निवासी बिर्रा रोड़ चांपा थाना जिला जांजगीर चांपा का होना बताया। उसने पूछताछ में बताया कि उसके पड़ोस में रहने वाला एक व्यक्ति रवि साहू पिता स्व. मोहनलाल साहू उम्र 26 वर्ष अपने घर से चार पांच दिन से लापता है।

शव की शिनाख्त होने के बाद पुलिस उसके हत्यारों की दिशा में आगे बढ़ी। जिस जगह पर लाश पाया गया था उस जगह के टावर डंप निकाल कर उन नंबरों पर काम किया गया। मृतक के रिश्तेदारों व दुश्मनों की भी तलाश की गई। टीम द्वारा लाश मिलने के स्थान पर निकले टावर डंप की तकनीकी जांच और मुखबिर की सूचना पर संदिग्ध स्थानों पर दबिश देकर पूछताछ की। पूछताछ में पता चला कि रवि साहू का अपने सौतेली मां व भाईयो से अक्सर अनबन होती थी। 31 जनवरी की सुबह 8 बजे मृतक आवेश में अपने घर में आग लगा दिया था। जिससे घर का काफी सामान जल गया था। इस बात को लेकर दोपहर लगभग ढाई बजे फिर वाद विवाद हुआ। इसके बाद मृतक घर में नही दिखा।

सूचना पर मृतक की सौतेली मां और भाइयों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर मृतक के सौतेले नाबालिक भाई के द्वारा घटना दिनांक को दोपहर तीन बजे मृतक रवि साहू से विवाद होने पर लोहे पाइप से सर में लगातार चोट पहुंचा कर हत्या कर दिया। हत्या के बाद दोनों नाबालिक भाइयों ने शव छुपाने के नियत से किराए के अर्टिगा में अपने ड्राइवर सुनील यादव पिता तिहारू याद उम्र 22 वर्ष के सहयोग से शव को भरकर घटना दिनांक को ही फदहाखार के जंगल में शव को रखकर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी।

प्रकरण के आरोपियों का मेमोरेंडम कथन लेकर आरोपियों के कब्जे से घटना में उपयोग किए गए लोहे के पाइप, अर्टिगा वाहन क्रमांक सीजी 11 बीजे 7961 जप्त कर आरोपियों के विरुद्ध अपराध कायम कर गिरफ्तारी की गई है। आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।

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