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आदिवासी विभाग की लापरवाह अधीक्षिका को सजा की जगह मिला पुरुस्कार… ये कैसी सरकार….आश्रम में रहने वाले बच्चों को प्रताड़ित करने का पालकों नें लगाया था गंभीर आरोप…जांच के बाद प्रतिवेदन पर हुई लीपापोती….विभाग के अफसर संदेह के दायरे में….

खासखबर छत्तीसगढ़ की खबर को कलेक्टर ने लिया था संज्ञान में..हुआ असर लेकिन AC ने कर दी लापरवाही,और अधीक्षिका को दिया इनाम

KKC ने खबरों को उठाया था प्रमुखता से,मौके पर जाकर किया गया था रिपोर्टिंग

आदिवासी विभाग के अफसर आ रहे संदेह के दायरे में

अधीक्षिका को बचाने में नहीं छोड़ी गई कोई कसर,और लीपापोती कर दिया इनाम

खासखबर छत्तीसगढ़ बिलासपुर।
हाल ही में आदिवासी बहुल छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनी है वहीं आदिवासी मुख्यमंत्री हैं ऐसे में आदिवासी आश्रम में रहने वाले आदिवासी बच्चों को प्रताड़ित करने का पालकों द्वारा गंभीर आरोप लगाया गया था जिस पर आदिवासी विभाग के जिम्मेदार अधिकारी सी एल जायसवाल सहायक आयुक्त नें अधिक्षिका को बचाने मामले को दबा कर रखा। मासूम बच्चों के अधिक्षिका प्रताड़ना मामले को खास खबर नें शासन प्रशासन तक पहुँचा कर उदासीन अधिकारी को उनके कर्तव्य का अहसास करवाया आखिर कार अधिकारी नें तीन तीन बार आश्रम भेज कर जांच करवाया हर बार अधिक्षिका की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे,ऐसा लगता है कि सहायक आयुक्त नें सौपे गए जांच प्रतिवेदन पर अधिक्षिका को बचाने लीपापोती कर कलेक्टर को प्रतिवेदन सौपा।


किन्तु जाँच प्रतिवेदन पर हुई लीपापोती से
आदिवासी विभाग की लापरवाह अधिक्षिका को सजा की जगह पुरुस्कार स्वरूप एक छात्रावास का अधिक्षिका बनाया गया वही दूसरे छात्रावास का भी प्रभारी बनाते हुए उन्हें प्रभार सौंपा गया है…ऐसे में आदिवासी बच्चों के पालकों का कहना है कि यदि यही रवैया रहा तो वह दिन दूर नहीं जब आदिवासी आश्रम और छात्रावास में ढूंढने पर भी बच्चे नहीं मिलेंगे!
बहरहाल मामला गंभीर है जब उप मुख्यमंत्री के जिले… न्यायधानी में आदिवासी विकास विभाग के जिम्मेदार सहायक आयुक्त लापरवाह अधिकारी पर कार्यवाही के बजाय संरक्षण और पुरस्कार देंगे तो आवाज तो उठेगी कि ये कैसी आदिवासी हितैषी सरकार!…

.दरसल हम आपको बता दे की जिस तरह से सहायक आयुक्त ने इस गंभीर मामले में लापरवाही बरती है….उससे ऐसा लगता है की इसमें सहायक आयुक्त को अधीक्षिका की जरा भी गलती नजर नहीं दिख रही है….तभी तो कार्रवाई करने की बजाए उसे दूसरी जगह भी प्रभार दिया गया है जो समझ से परे है…..

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