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कस्तूरबा नगर वार्ड में रोड निर्माण,भूमि पूजन में जमकर झगड़ा

रमेश जायसवाल ने गुस्से में आकर भरत कश्यप से नारियल अगरबत्ती लेकर नाला में फेंका

बिलासपुर।रोड निर्माण को लेकर भूमि पूजन के दौरान दो ठेकेदार पार्षदों के बीच तकरार और झगडा का मामला सामने आया है।

दरअसल भाजपा पूर्व पार्षद रमेश जायसवाल और निवर्तमान वर्तमान पार्षद भरत कश्यप के बीच कस्तूरबा नगर वार्ड में रोड निर्माण भूमि पूजन के दौरान जमकर झगड़ा हुआ। भरत कश्यप साथियों के साथ मिठाई,नारियल और अगरबत्ती लेकर आए। और उन्होने कहा कि परम्परानुसार नारियल फोड़ने के साथ ही शुभ कार्य होना चाहिए। लेकिन पूर्व पार्षद भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ प्रदेश सदस्य रमेश जायसवाल ने ना केवल विरोध किया। उन्होने मोहल्ले के किसी बुजुर्ग से भूमि पूजन करने को कहा। इसी बात को लेकर दोनो में कहा सुनी हुई। रमेश जायसवाल ने तैश में आकर भरत कश्यप से नारियल अगरबत्ती लेकर नाला में फेंक दिया। इसके पहले मिठाई को नाले मे फेका जाता जनता ने लूट कर उदरस्थ कर लिया। निगम का कार्यकाल 3 जनवरी को खत्म हो गया। आयुक्त ने विदाई कर नेताओं को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। इसके साथ ही प्रशासक ने भी निगम का कार्यभार संभाल लिया है। कार्यकाल खत्म होते वार्ड क्रमांक 19 कस्तूरबा नगर में रोड निर्माण के दौरान दो पार्षदों के बीत तकरार का मामला सामने आया है। भाजपा के पूर्व पार्षद रमेश जायसवाल ने निवर्तमान वर्तमान कांग्रेस पार्षद भारत कश्यप से अगरबत्ती और नारियल लूटकर नाले में फेंक दिया। रमेश जायसवाल ने कहा कि अब नेतागिरी की जरूरत नहीं है। इधर आने की जरूरत भी नहीं है।

पूर्व पार्षद ने फेंका नारियल और अगरबत्ती

भरत कश्यप नारियल अगरबत्ती और मिठाई लेकर रोड निर्माण भूमि पूजन करने मौके पर पहुंचे। मौके पर पहले से ही पूर्व पार्षद रमेश जायवाल मौजूद थे। भरत कश्यप को नारियल अगरबत्ती और मिठाई के साथ देखते ही रमेश जायसवाल भड़क गए। उन्होने चुनौती देते हुए कहा कि अब तुूम लोगों को इधर ध्यान रखने की जरूरत नहीं है।
भाजपा नेता रमेश जायसवाल के समर्थकों ने कहा कि पार्षद रहते हुए भरत कश्यप ने शासकीय हो या सामाजिक किसी को नहीं बुलाया। जबकि उन्हैें स्थानीय वरिष्ठ लोगों को बुलाना चाहिए था। आज भी मिठाई अगरबत्ती और नारियल लेकर पहुंच गए। इस बात को लेकर पूर्व पार्षद रमेश जायसवाल भड़क गए। और उन्होने सड़क निर्माण का भूमि पूजन मोहल्ले के किसी वरिष्ठ नागरिक से कराये जाने की बात कही। इसके पहले भरत कश्यप नारियल फोड़ते और अगरबत्ती जलाकर मिठाई चढाते…रमेश जायसवाल ने नारियल और अगरबत्ती छीनकर नाली में फेंक दिया। जबकि मिठाई छीनकर स्थानीय लोगों ने बांट लिया।

पूर्व और वर्तमान पार्षद एक दूसरे के कट्टर प्रतिद्वंदी

पूर्व पार्षद रमेंश जायसवाल और भरत कश्यप एक दूसरे के पार्टी ही नहीं बल्कि वैचारिक रूप से धुर विरोधी है। दोनो…ना केवल अब पूर्व पार्षद हो गए हैं…बल्कि पार्षद रहने के दौरान सफाई से लेकर निगम में सभी प्रकार की ठेकेदारी मेंजमकर फर्जीवाड़ा किया है। कुछ लोगों ने बताया कि दरअसल दोनो ठेकेदार पार्षदों के बीच और कुछ नहीं सिर्फ आर्थिक लड़ाई है।रमेश जायसवाल के समर्थकों की माने भरत कश्यप ने जनता के हितों का कभी ध्यान नहीं दिया। उन्होने अवैध निर्माण कर मकान दुकान बनाया है। नगर निगम में ठेका पद्धति लेबर सप्लाई, सफाई ठेका, जल विभाग में अनियमितता को अंजाम दिया है। कई शिकायतें संबंधित विभाग में लंबित हैं।

व्यापारी संघ बोला,पूर्व पार्षद का व्यवहार निंदनीय

स्थानीय लोगों की माने तो रमेश जायसवाल भी दूध के धुले नहीं है। भरत कश्यप ने हमेंशा सुख दुख में साथ दिया। सबको साथ लेकर चलते हैं। पार्षद रहने के दौरान रमेश जायसवाल ने अनाप शनाप ठेका लेकर घटिया निर्माण को अंजाम दिया है। भरत कश्यप ने रमेश के खिलाफ निगम में कई शिकायत की है। आज तक शिकायतों को नहीं सुना जा रहा है। भरत को भाजपा नेताओं का भी समर्थन है। क्योंकि लोग रमेश जायसवाल को पसंद नहीं करते हैं।
इन तमाम बातों से हटकर कई स्थानीय लोगों समेत व्यापारी संघ ने बताया कि रमेश जायसवाल का व्यवहार निंदनीय है। उनके इस व्यहार की शासन प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से शिकात करेंगे। विकास के कार्य में राजनीति ठीक नहीं है। शुभ कार्य के लिए लाया गया नारियल और अगरबत्ती रमेश जायसवाल को नाली में नहीं फेंकना चाहिए था।

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