कृषि महाविद्यालय बिलासपुर में 70 लोगों की नि:शुल्क नेत्र जाँच…..एनएसएस इकाई की पहल….
बिलासपुर – बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, बिलासपुर में एकदिवसीय नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में संकल्प नेत्र चिकित्सालय, श्रीकांत वर्मा मार्ग, बिलासपुर के माध्यम से नेत्र रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों ने आंख के रोगों से ग्रस्त 70 लोगों की जांच कर उचित परामर्श दिया।
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं हेतु वरिष्ठ नेत्र चिकित्सक डॉ. संदीप तिवारी का “ड्राई आई सिंड्रोम” विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।
अपने स्वागत उद्बोधन में कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. आर.के.एस. तिवारी ने संकल्प नेत्र चिकित्सालय के सभी चिकित्सकों के प्रति आभार व्यक्त किया तथा विद्यार्थियों, प्राध्यापक और कर्मचारियों से समय-समय पर आंखों की नियमित जांच करते रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि इससे गंभीर नेत्र रोगों से बचाव संभव है। नेत्र का गंभीर रूप से ग्रसित होने से इलाज में कठिनाई होती है। इससे आंखों की रोशनी हमेशा के लिए जाने की आशंका बन जाती है।
ड्राई आई सिंड्रोम विषय पर व्याख्यान देते हुए वरिष्ठ नेत्र चिकित्सक डॉ. संदीप तिवारी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में स्क्रीन टाइम के बिना हमारा जीवन संभव नहीं है। कोई भी विषय को ग्रहण करने के लिए आंखें ही माध्यम है। स्मार्टफोन जहां ज्ञान का भंडार है वहीं से आंखों की परेशानियां, मानसिक परेशानी का बढ़ना प्रारंभ होता है।
इसलिए यही समय है कि हम आज ही सचेत हो जाए। आज की गई सावधानी पूरे करियर को बचाएगी। हमारी आंखों में आंसुओं की परत होती है, जो आंखों में नमी को बनाए रखने और सुरक्षा कवच के रूप में काम करती है। गैजेट्स के बढ़ते इस्तेमाल से ड्राई आई सिंड्रोम के मामले काफी बढ़ रहे हैं। विशेष कर युवाओं में अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहे तो उपचार करना जरूरी हो जाता है नहीं तो आंखों की सतह पर सूजन आना, कार्निया का क्षतिग्रस्त हो जाना जैसी जटिलता होने की आशंका बढ़ जाती है। आपने विस्तार से लक्षण, कारण,जोखिम, उपचार तथा रोकथाम के उपाय बताएं। आज के सफल आयोजन में संकल्प नेत्र चिकित्सालय के डॉ. पंकज कुमार सिंह, अनिल चंद्राकर, दिनेश सिंह एवं संतोष विश्वकर्मा का सराहनीय सहयोग रहा।
कार्यक्रम का सफल संचालन एवं आभार प्रदर्शन वैज्ञानिक एवं एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी अजीत विलियम्स ने व्यक्त किया। इस अवसर पर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र के प्राध्यापक,वैज्ञानिक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे।