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जंगल जलेबी, महुआ और आम की पत्तियों से जैविक खाद…वृक्षों की 20 प्रजातियों की हुई पहचान

खासखबर बिलासपुर- सूखी पत्तियों से भी जैविक खाद बनाई जा सकती है। वानिकी वैज्ञानिकों ने वृक्षों की 20 ऐसी प्रजातियों की पहचान करने में सफलता हासिल की है, जिनकी पत्तियां जैविक खाद के रूप में अपेक्षित परिणाम देतीं हैं। बस थोड़ा समय, थोड़ा धैर्य और छोटी सी जगह। यही तीन, चाहिए जैविक खाद बनाने के लिए।

रासायनिक उर्वरकों के असंतुलित छिड़काव से मिट्टी की घटती उर्वरा शक्ति और कम होते पोषक तत्वों की जानकारी सामने आने के बाद, जैविक खाद का प्रयोग भले ही धीमी गति से बढ़ रहा हो लेकिन इसकी ऊंची कीमत अभी भी विस्तार की राह की बाधा बनी हुई है। इसलिए वानिकी वैज्ञानिकों ने ऐसे वृक्षों की पहचान की है, जिसकी सूखी पत्तियों से घर पर ही जैविक खाद बनाई जा सकती है। दिलचस्प यह कि यह जैविक खाद अपेक्षित परिणाम भी देता है।


इनकी सूखी पत्तियों से जैविक खाद

हर जगह मिलते हैं बबूल, नीम, करंज, महुआ और पलाश के वृक्ष। इसी तरह आम, अमरूद, कटहल और शहतूत के भी वृक्ष मिल जाते हैं। शीशम और सागवान के साथ खम्हार, सफेद और काला शिरीष, अमलतास, कचनार, गुलमोहर, अर्जुन, जामुन और गंगा इमली के वृक्ष भी आसानी से मिलते हैं। इनकी पत्तियां पतझड़ के काल में खुद गिरती है। अनुसंधान में हरी पत्तियों की तुलना में सूखी पत्तियों में ज्यादा पोषक तत्वों के होने की जानकारी मिली है। लिहाजा इनके मिश्रण से जैविक खाद बनाई जा सकती है।


थोड़ा समय, थोड़ा धैर्य और छोटी जगह

वानिकी वैज्ञानिकों ने सूखी पत्तियों से जैविक खाद बनाने के लिए जो जानकारी साझा की है, उसके अनुसार सबसे महत्वपूर्ण थोड़ा समय और थोड़ा धैर्य रखना अहम माना गया है। छोटी सी जगह पर सूखी पत्तियों के ढेर में मिट्टी मिलानी होगी। जरूरी पोषक तत्वों को पनपने के लिए कुछ समय के अंतराल में मिट्टी और पत्तियों के मिश्रण को ऊपर- नीचे करना होगा ताकि उचित प्रकाश और वायु मिल सके। और हां, जैविक खाद बेहतर परिणाम दे, इसके लिए रसोई घर में निकलने वाला सब्जियों का वेस्ट भी डाला जा सकता है।


पर्यावरण अनुकूल और भरपूर पोषक तत्व

जैविक खाद बनाने की प्रक्रिया को पर्यावरण के अनुकूल माना गया है। तैयार जैविक खाद का छिड़काव मिट्टी के पोषक तत्व भी बढ़ाता है। वृक्ष अपशिष्ट के प्रबंधन से बनाई गई यह सामग्री, उर्वरक के लिए बाजार पर निर्भरता को खत्म करती है। साथ ही खेती और बागवानी फसलों की लागत को भी कम करती है। सबसे महत्वपूर्ण यह कि छिड़काव से फसलों में प्रतिकूल असर नहीं होता। इसलिए वेस्ट से बेस्ट जैविक खाद बनाने के लिए वानिकी वैज्ञानिकों ने यह जरूरी किसानों से साझा की है।

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मिट्टी को समृद्ध करती है सूखी पत्तियां

सूखी पत्तियां जैविक खाद का काम करती है, जो पेड़-पौधों के लिए काफी फायदेमंद होती है। अपघटित होकर यह पत्तियां एक समृद्ध, जैविक खाद बनाती है जिसमें पेड़ के विकास के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व होते हैं और इस तरह यह मिट्टी को समृद्ध करती है।

अजीत विलियम्स,साइंटिस्ट (फॉरेस्ट्री), बीटीसी कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड रिसर्च स्टेशन, बिलासपुर

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