दामाद निकला हत्यारा…..सास ने की थी बचाने की कोशिश…..ससुर के लकड़ी चोरी के आरोप पर था आक्रोशित….24 घण्टे के भीतर अंधे कत्ल की सुलझी गुत्थी
खासखबर कोरिया/ दरसल संतलाल पिता स्व. मोहन जाति गोड़ उम्र 50 वर्ष निवासी टेंगनी थाना पटना जिला कोरिया की मृत्यु की सूचना पर थाना पटना द्वारा मर्ग कमांक 11/2024 धारा 174 जा०फौ० दर्ज किया जाकर शव पंचनामा कार्यवाही किया गया। जिस दौरान जांच पर हत्या किया जाना प्रमाणित पाये जाने पर उक्त घटना की जानकारी से तत्काल पुलिस अधीक्षक कोरिया को अवगत कराया गया। पुलिस अधीक्षक कोरिया द्वारा तत्काल आवश्यक कार्यवाही कर आरोपी के पड़ताल एवं ग्रिफ्तारी के निर्देश दिए गए।
तत्पश्चात पुलिस अधीक्षक कोरिया के निर्देशन एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बैकुंठपुर के मार्गदर्शन में थाना पटना के अप. कमांक 51/2024 धारा 302 भा.द.वि. का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी की पतासाजी की गई। प्रारम्भ में धनमेत बाई द्वारा अपने दामाद को बचाने का काफी प्रयास किया गया, किन्तु आरोपी पवन के साथी योगेश द्वारा घटनाक्रम की जानकारी देने उपरांत आरोपी पवन कुमार अपने द्वारा बनायी गयी झूठी कहानी मे उलझ कर पुलिस द्वारा चतुराई से पूछे गये प्रश्नों से घटना की वास्तविकता बताने को विवश हो गया।
घटना दिनांक 01.03.2024 के शाम 4 से 5 बजे के मध्य ग्राम टेंगनी जूनापारा निवासी, धनमेत बाई पति संतलाल (मृतक) के घर उनका दामाद पवन कुमार अपनी बेटी के पसनी कार्यकम का न्योता देने जूनापारा गया था। इसी दौरान संतलाल द्वारा पूर्व में अपने दामाद पवन को घर के कंडी लकड़ी को बिना बताये अपने घर चोरी कर ले जाने का आरोप लगाकर भगा दिया गया था। घटना दिनांक को पुनः देखने पर संतलाल द्वारा फिर लकड़ी चोर आ गया कहने पर पवन आवेश में आकर संतलाल से झगड़ा करने लगा, सास के द्वारा मना करने सास को घर से बाहर निकालकर घर का दरवाजा बंद कर घर के अन्दर रखे टूटे खाट के प्लास्टिक नेवाड़ को निकालकर संतलाल के गले मे लपेट कर खींच कर संतलाल की हत्या कर दिया गया, और मौके से भाग गया। घटना कारित करने उपरांत पकड़े जाने से बचने के लिए अपने साथ आये दोस्त योगेश को साथ में ले जाकर तालाब में पहले नहाया और बडसरा के मंदिर में नारियल चढाकर भगवान से बचने का प्रार्थना किया। आरोपी को प्रकरण में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा जा रहा है।
प्रकरण को सुलझाने में थाना प्रभारी पटना नि. शीतल सिदार, स.उ.नि. लवांग सिंह, प्र.आर. 354 अमित त्रिपाठी आर. मनोज मिंज, आर. अमल कुजूर की प्रकरण अहम भूमिका रही