लकड़ी तस्करों ने वनकर्मियों पर कुल्हाड़ी से किया हमला, डिप्टी रेंजर को छोड़ भागे वनकर्मी,हुए गंभीर रूप से घायल

लकड़ी तस्करी की सूचना मिलने पर पहुंचे वनकर्मियों पर तस्करों ने कुल्हाड़ी,रॉड से हमला कर दिया। अन्य वनकर्मियों ने भाग कर किसी तरह जान बचाई जबकि डिप्टी रेंजर गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।

बिलासपुर। बिलासपुर में लकड़ी तस्करी की सूचना मिलने पर पहुंचे वन कर्मियों पर लकड़ी तस्करों ने कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। हमला होता देख वनकर्मी जान बचाकर भाग निकले। वहीं डिप्टी रेंजर तस्करों के बीच फंस गए। उन्हें कुल्हाड़ी से हमला कर तस्करों ने गंभीर रूप से घायल कर दिया। उनका इलाज अस्पताल में जारी है। पुलिस ने तस्करों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। मामला कोटा थाना क्षेत्र का है।
कोटा के वनविकास निगम के परियोजना मंडल के सेमरिया बीट के वन क्षेत्र में मुखबिर से चोरों द्वारा सागौन के पेड़ों को काटकर अवैध रूप से तस्करी की सूचना मिली। जिस पर कोटा परियोजना मंडल के स्टाफ द्वारा टीम गठित कर वहां पहुंचे। यहां तस्करों के द्वारा ट्रैक्टर के माध्यम से पिकअप में सागौन लकड़ी लोड किया जा रहा था। जिस पर वन कर्मियों ने घेरेबंदी कर चोरों को पकड़ने की योजना बनाई। जैसे ही वनकर्मी तस्करों के पास पहुंचे तो तस्करों ने उन्हें कुल्हाड़ी और रॉड लेकर दौड़ाया। जिससे घबराए वनकर्मी वहां से जान बचाकर भागे। लेकिन डिप्टी रेंजर अरविंद बंजारे जंगल में ही छूट गए।

डिप्टी रेंजर अरविंद बंजारे को चोरों ने पकड़ लिया और रॉड,लकड़ी तथा कुल्हाड़ी से हमला कर उन्हें घायल कर दिया। जिसके बाद तस्कर वहां से फरार हो गए। इधर वन कर्मियों ने अफसरों को सूचना दी और अमले तथा ग्रामीणों को लेकर मौके पर पहुंचे। यहां डिप्टी रेंजर खून से लथपथ पड़े हुए थे। उन्हें लाकर कोटा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर स्थिति के चलते उन्हें बिलासपुर रेफर कर दिया गया।
सूचना मिलने पर कोटा पुलिस भी मौके पर पहुंची। मौके से एक पिकअप जिसमें 17 नग सागौन लठ्ठा,एक ट्रैक्टर जिसे तस्कर छोड़ कर भाग गए थे को जप्त किया। पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज कर जब्त गाड़ी के नंबर के आधार पर तस्करों की तलाश में जुटी हुई है।