सांस्कृतिक धानी बिलासपुर के नाम को धूमिल कर रहा नगर निगम बिलासपुर….33 वर्ष से लगातार आयोजित बिलासा महोत्सव को भेजा 22 बिंदु शर्ते
खासखबर बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की संस्कृति, साहित्य, कला और पर्यावरण के संरक्षण,संवर्धन हेतु विगत 34 वर्ष से विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लगातार सक्रिय संस्था बिलासा कला मंच बिलासपुर द्वारा फरवरी माह में प्रतिवर्ष तीन दिवसीय बिलासा महोत्सव आयोजित किया जाता है,जिसमे छत्तीसगढ़ की लोककला मंडलियों के साथ अन्य राज्यों से भी लोककला मंडली बिलासा महोत्सव में कार्यक्रम प्रस्तुति हेतु आती है, इसके साथ ही लोक विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी, पुस्तक विमोचन, लोककला,लोकसाहित्य, समाजसेवा के क्षेत्र में कार्य करने वाले विभूतियों का सम्मान जैसे अन्य कार्यक्रम आयोजित होते हैं।
बिलासा महोत्सव लगातार 33 वर्ष से हर साल लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान बिलासपुर पर फरवरी माह में आयोजित हो रहा है। बिलासा कला मंच द्वारा इस महोत्सव के लिए नियमानुसार एसडीएम, पुलिस प्रशासन से अनुमति के साथ नगर निगम बिलासपुर से मैदान का किराया देकर इस कार्यक्रम को कराया जाता है। पर इस वर्ष आयुक्त नगर निगम बिलासपुर ने 34 वा बिलासा महोत्सव जो कि आगामी 24,25 फरवरी 2024 को आयोजित होना है के लिए मैदान आरक्षण राशि 6 हजार की रसीद के साथ 22 बिंदु में जो शर्तों की लिखित अनुमति दी है उससे तो कोई भी संस्था कार्यक्रम करा ही नही सकता।
जैसे महोत्सव में ध्वनि यंत्र उपयोग पूर्णतः प्रतिबंध है, मैदान में किसी भी प्रकार का गड्ढा नही कर सकते,आरक्षण तिथि के दूसरे दिन सुबह 7 बजे तक अनिवार्य रूप से शाला मैदान संपूर्ण समान सहित खाली करना होगा, स्वच्छता हेतु पर्याप्त संख्या में डस्टबिन की व्यवस्था आवश्यक रूप से करना होगा,शाला परिसर के वाशरूम, जल का उपयोग पूर्णतः वर्जित रहेगा,कार्यक्रम पश्चात शाला प्रांगण की सम्पूर्ण साफ- सफाई करानी होगी,उक्त मैदान में पार्किंग की व्यवस्था आवेदक को करना होगा, शाला मैदान में किसी प्रकार की क्षति होने पर उसकी भरपाई करना होगा, अनुविभागीय दंडाधिकारी और पुलिस अधीक्षक बिलासपुर से अनुमति लेना अनिवार्य होगा, उक्त तिथि में यदि सांस्कृतिक/धार्मिक/सामाजिक/शासकीय कार्यक्रम हेतु लोकहित में मैदान की आवश्यकता होने पर आरक्षण निरस्त किया जा सकता है, करोना वायरस covid 19 पर कड़ाई से पालन करना होगा, शहर का सामाजिक सौहार्द न बिगड़े इस पर विशेष ध्यान रखना होगा,शाला मैदान के आसपास मादक पदार्थों का सेवन पूर्णतः निषिद्ध होगा आदि बाते पत्र में शामिल है।
पत्र में उल्लेख शहर में सामाजिक सौहार्द न बिगड़े उसके लिए संस्था की क्या जवाबदारी बनती है ये समझ से परे है। वही कोविड की बात भी संस्था को सिर्फ परेशान करना है।
लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान पूरी तरह से खुला हुआ है ऐसी स्थिति में मादक पदार्थों का सेवन करने वालो को संस्था कैसे रोक पाएगी। इतने नियम के बाद क्या कोई संस्था या संगठन कार्यक्रम करा सकता है?
नगर निगम बिलासपुर की इस तरह की शर्तों से लगता है कि आयुक्त, बिलासा महोत्सव आयोजित हो ऐसा चाहता ही नही है। छत्तीसगढ़ी लोककला और साहित्य को जीवित रखने हेतु लगातार आयोजित बिलासा महोत्सव के लिए इस प्रकार शर्ते रखना जिला प्रशासन के साथ राज्य सरकार को भी इस ओर ध्यान देना जरूरी है।
आयुक्त नगर निगम बिलासपुर के द्वारा दी गई कठिन 22 शर्तों की अनुमति से बिलासा कला मंच ने दुखित होकर 34 वा बिलासा महोत्सव आयोजित नही करने का निर्णय लिया है। साथ ही यह भी निर्णय लिया है कि इस बारे मुख्य मंत्री, उपमुख्य मंत्री और संस्कृति मंत्री को पत्र सौंपकर विरोध जताया जाए।