विवादित वन विभाग के कर्मचारी की काली करतूत…..भ्रष्टाचार की सारे हदे कर दी पार…बारीकी से जांच में हो सकता है बड़ा खुलासा….

बिलासपुर / छत्तीसगढ़ वन विभाग बिलासपुर हमेशा से विवादित रहा है।इस विभाग में आर्थिक भ्रष्टाचार
और शासकीय धनराशी की लूट के अजीबोगरीब मामले सामने आते रहे हैं अगर सूक्ष्मता से जाँच किया जाए तो
रेंजर सहित सभी को जेल की सैर करनी होगी।
आपको बता दें की ज्यादातर कर्मचारी वन विभाग को चुना लगाने जी जान से लगे हुए है….इसी तरह से कुछ अधिकारी आर्थिक भ्रष्टाचार कर करोड़पति बन चुके है…हमारे पास भ्रष्टाचार
के ऐसे कई दस्तावेज है जो आर्थिक भृष्टाचार की पोल खोलता नजर आता है जरूरत है सूक्ष्मता और ईमानदारी से जांच किए जाने की।…एक शिकायतकर्ता नें अपनी शिकायत में साफ तौर से लिखा है कि बिलासपुर वनमण्डल अंतर्गत बिलासपुर वनपरिक्षेत्र के ख़ोन्द्रा सर्किल में होने वाले विभिन्न कार्यों को बिना कराये राशि आहरण करने एवं शासकीय धनराशि के दोहन एवं ग़बन करने वाले मामूली रेंजर पर कार्रवाई करने से DFO के हाथ काँप रहे है….
आपको बता दे की हमारे सूत्र बता रहे है की बिलासपुर वनमण्डल अन्तर्गत आने वाले वनपरिक्षेत्र बिलासपुर के ख़ोन्द्रा सर्किल के अन्तर्गत वन विभाग द्वारा विभिन्न कार्यों की स्वीकृति तो ली जाती है लेकिन कार्यो को बिना कराये ही राशि को आपसी मिलीभगत से आहरण कर आपसी बंदरबाँट कर लिया जाता है….बिना कार्य कराए आहरण किए गए राशि की जानकारी कुछ इस प्रकार है….वन विभाग एवं भारत सरकार द्वारा लगातार पर्यावरण को बेहतर बनाने एवं वन्यजीव को लाभ पहुँचाने सरकार एवं विभाग लगातार सतत् एवं अथक प्रयास कर रही है…परन्तु कुछ भ्रष्टाचारियों की वजह से वन विभाग की छवि काफ़ी धूमिल हो रही है ख़ोन्द्रा सर्किल अन्तर्गत मार्च माह में अकाउंट का फ़ायदा उठाकर सर्किल इंचार्ज के द्वारा वन परिक्षेत्र अधिकारी के साथ मिलकर सभी क्षतिपूर्ति वृक्षारोपण खरपतवार निंदाई लूज़ बोल्डर चेक डेम फेंसिंग मरम्मत एवं निरीक्षण पथ निर्माण मरम्मत झोपड़ी मरम्मत एवं अन्य कार्यों के नाम से फ़र्ज़ी बिल बाउचर बनाकर शासन को इस प्रकार गुमराह किया जाता है जैसे की ये कार्य सच में हो रहा है….विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी पर फ़ील्ड में जाकर समस्त कक्ष को देखा जाए और फोटो वीडियो लिया जाए साथ ही बारीकी से जाँच किया जाए तो पाया जायेगा की फ़ील्ड में नाम मात्र का कार्य भी नहीं कराया गया है…
क्रमशः ……