शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार..…
बिलासपुर / शिवमंदिर मार्ग शुभमविहार की समस्याओं का अंत ही नही हो रहा हैं। अच्छे मोहल्ले के लिए साफ नाली, चलने योग्य सड़क, पर्याप्त बिजली, स्वच्छ पीने योग्य पानी मूलभूत आवश्यकता होती हैं। माननीय प्रधानमंत्री जी के दूसरे टर्म, रमन सिंह जी, भूपेश बघेल जी व विष्णुदेव साय के मुख्यमंत्री, अरुण साव जी के सांसद से उप मुख्यमंत्री की पदोन्नति, वर्तमान सासंद तोखन साहू के केंद्रीय मंत्री, दबंग पूर्व विधायक शैलेष पांडेय, पूर्व मंत्री व कद्दावर नेता अमर अग्रवाल की विधायकी के बाद भी शिवमंदिर मार्ग शुभमविहार के निवासी अभी तक सड़क, पानी, बिजली आदि मूलभूत सुविधओं के लिये तरस रहा हैं।
भुक्तभोगी मोहल्ले वालों ने बताया कि प्रत्येक जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारियों से बारम्बार निवेदन के बाद भी हमारे मोहल्ले में सड़क कम गढ्ढे ज्यादा है। सामान्य समय मे भी वाहन पर झटके लगते रहते हैं। बरसात में तो सड़क कम नाला ज्यादा हो जाता हैं। स्कूल जाने वाले बच्चों, कोचिंग जाने वाली लड़कियों, माताओं-बहनों का पैदल चलना दुर्गम हो जाता हैं। ऐसी सड़क व गढ्ढो मे बरसात के पानी तथा अपर्याप्त स्ट्रीट लाईट में रात को कोई भी घर से निकलने को डरता हैं। पूजा प्राइड, जे पी हाईट्स, पूजा ग्रीन जैसे पॉस कालोनी की बाउंड्री से लगे खाली प्लॉट में पहली बरसात का चार पांच फीट जमा दूषित जल ना भूमि में जाकर सारे मोहल्ले के ग्राउंड वाटर को संक्रमित कर रहा हैं। बल्कि थोक में मच्छरों के उत्पादन कर फ्री में डेंगू व मलेरिया फैलाने को तैयार हैं। वह दिन दूर नहीं जब मोहल्ले में डायरियां, मलेरिया, डेंगू फैलने पूर्ण संभावना दिखाई दे रही हैं। उस प्लॉट के मकान मालिक का पता नही चलने पर आपस मे चंदा कर एक बाउंड्रीवाल बनवा कर सफाई करवाई गई थी। नए निर्माण करने वाले ने अपनी सुविधा हेतु उसे तोड़ दिया हैं। बाउंड्री के अवशेष देखे जा सकते हैं।
अंकुश मानवाधिकार एक पहल के अक्षय कुमार सिंह ने जिला प्रशासन से अनुरोध किया हैं कि उक्त खाली प्लॉट के मालिक के गैरजिम्मेदाराना हरकतों को देखते हुए इसमें मिट्टी डलवा दे। ताकि माननीय प्रधानमंत्री की अपील पर अनेको नागरिक यहाँ अपनी मां के नाम पर वृक्षारोपण करने को तैयार हैं। पौधों की व्यवस्था अंकुश मानवाधिकार एक पहल संस्था द्वारा की जाएगी। इससे ना केवल समस्या का समाधान होगा। अपितु स्मार्ट सिटी बिलासपुर की गरिमा के अनुरूप हरियाली के दर्शन होंगे। साथ ही यदि नाली का चौड़ीकरण करवाते हुए सड़क के गढ्ढो को भरवाने के लिए दो डंपर डामर गिट्टी पर्याप्त होगी। मोहल्ले वालों को उम्मीद हैं कि स्मार्ट सिटी के करोड़ो – अरबो के फंड के ब्याज की मात्र एक बूंद से शिवमंदिर, शुभमविहार की समस्याओं का निराकरण हो सकता हैं।