स्कूल फीस के नाम पर 27 अभिभावकों से 8 लाख रुपये लेकर फरार होने वाला आरोपी गिरफ्तार….एक साल पहले गबन करके हुआ था फरार….

स्कूल फीस जमा करने के नाम पर लिपिक अपने खाता में करवाता था जमा
लोकेशन के आधार पर फरार आरोपी को पुलिस खोज निकाला
बिलासपुर। सेंट जेवियर्स स्कूल के लिपिक ने 27 अभिभावकों से स्कूल
फीस जमा कराने के नाम पर 8 लाख रुपए ले लिए और मौके से फरार हो गया। पुलिस ने लोकेशन के आधार पर फरार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
कोटा पुलिस ने बताया कि चेतना अभियान के तहत सभी अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए एसएसपी ने निर्देशित किया है।इसी क्रम में सेंट जेवियर हाई स्कूल रानीसागर कोटा को प्राचार्य ने थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई। प्राचार्य ने पुलिस को बताया कि पूर्व में स्कूल में पदस्थ लेखापाल जाशिल एसएम जेहान पिता जाफर मोहम्मद उम्र 39 वर्ष मध्य नगरी चौक ने स्कूल में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के साथ धोखा किया है।पुलिस को प्राचार्य ने यह भी बताया कि स्कूल में पढ़ने वाले 27 विद्यार्थी के अभिभावकों को फोन करके स्कूल फीस जमा करने के लिए दबाव डाल रहे थे।इसके साथ ही उन्होंने अभिभावकों को कहा कि फीस को मेरे खाते में डालिए। इस तरह से उसने 8 लाख 26 सौ रुपए जमा कर लिए और मौका पाकर फरार हो गया।पुलिस ने इस गंभीर मामले में फरार आरोपी का लोकेशन लेकर खोजबीन की,उसके बाद आरोपी को मध्यनगरीय चौक से खोज निकाला।
*स्कूल प्रबन्धन ने अभिभावकों को फीस के लिए नोटिस जारी किया तब हुआ था खुलासा*
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी अपने खाते में पैसा लेता था इसके साथ ही फोन पे और नगदी रकम लेकर किसी को रसीद नहीं देता था।चूंकि वह पुराना कर्मचारी था इसलिए लोग यकीन कर लेते थे।लेकिन वह परिजनों से पैसा लेने के बाद भी स्कूल के खाते में जमा नहीं करता था।
बल्कि वह लगातार स्कूल के खाते की जगह अपने खाते में पैसा जमा करता था।
स्कूल प्रबन्धन ने अभिभावकों को फीस जमा करने के लिए नोटिस जारी किया तब खुलासा हुआ कि फीस तो कब से लिपिक के पास जमा किया जा चुका है।लेकिन लिपिक ने ही जमा नहीं किया है।
*एक साल पहले छोड़ा था स्कूल से नौकरी*
पुलिस ने बताया कि फरार आरोपी एक साल पहले फीस गबन के चक्कर में नौकरी छोड़ दिया था। तब से उसकी और स्कूल प्रबन्धन के बीच बातचीत चल रही थी,पैसा वापस मांगा जा रहा था।लेकिन एक साल तक वह स्कूल प्रबन्धन को घुमा दिया वह पैसा आज दूंगा कल दूंगा करके एक साल से घुमा दिया। उसके बाद प्रबंधन ने एफआईआर करवाया।
*32 बार लोकेशन लेकर आरोपी को खोजा,तब जाकर मिला आरोपी*
कोटा पुलिस ने बताया कि फरार आरोपी को पकड़ने में ज्यादा मशक्कत नही करना पड़ा,बल्कि आरोपी के मोबाइल नंबर के माध्यम से आरोपी का लोकेशन निकलवाया और उसके बाद उसे तलाश करके मध्य नगरीय चौक से पकड़ लिया गया।
*पुलिस अधिकारी और कर्मचारी का रहा सहयोग*
उक्त कार्यवाही में निरीक्षक तोपसिंह नवरंग, सहायक उप निरीक्षक ओंकार बंजारे, आरक्षक 1056 भोप साहू, का विशेष भूमिका रही।