Blog

हथियार लेकर प्रदर्शन करने वाले युवको पर हुआ एफआईआर…..बिना अनुमति के DJ लेकर बना रहे थे माहौल…पुलिस ने शिकायत पर दर्ज किया मामला

बिलासपुर / मंगलवार को हनुमान जयंती के अवसर पर मंदिरों और सार्वजनिक स्थानों पर विविध आयोजन किए गए तो वही बुधवारी बाजार से शोभायात्रा भी निकाली गयी। इन्हीं आयोजनों के बीच एक शोभायात्रा ने सबको हैरान कर दिया। सनातन के आराध्य बजरंगबली के जन्म दिवस पर पता नहीं किस उद्देश्य के साथ शाहरुख , हिसार अली, जांबाज अली आसिफ खान आदि ने भी एक रैली ईरानी मोहल्ला पठान पारा से निकाली, जिसमें प्रतिबंधित डीजे तो था ही वही इसमें शामिल युवक अपने हाथों में तरह-तरह के हथियार लिए हुए थे और यह रैली धार्मिक तो कतई नहीं थी । इस कथित शोभायात्रा शामिल बदमाश हथियार लेकर खुले आम आतंक और हुड़दंग मचाते दिखे। हिंदूवादी संगठनों से जुड़े युवकों ने जब देखा कि मुस्लिम युवकों ने हनुमान जयंती के नाम पर एक रैली निकाली है, जिसमें डीजे पर तरह-तरह के फिल्मी और अश्लील गाने बजाकर हुड़दंग किया जा रहा है तो वहीं अधिकांश लोगों के हाथ में तरह-तरह के हथियार हैं। इस मामले में पुलिस से शिकायत करते हुए खमतराई पटेल मोहल्ला में रहने वाले शिवराज यादव, धनंजय गोस्वामी आदि ने कहा कि यह पूरी तरह सोची समझी रणनीति के तहत की गई हरकत है, ताकि इस बहाने हिंदू देवी देवताओं और हिंदू परंपराओं को बदनाम किया जा सके। शहर में हिंदूवादी संगठनों ने भी हनुमान जयंती पर रैली निकाली लेकिन वह रैली पूरी तरह शांतिपूर्वक थी। उसमें ना तो फिल्मी गाने बजाए गए, ना हुड़दंग किया गया और ना ही इस तरह से हथियार लहराए गए।

जाहिर सी बात है कि जब शाहरुख और आसिफ खान जैसे लोगों के हथियार के साथ रैली के वीडियो सोशल मीडिया पर जब वायरल होंगे तो संदेश यही जाएगा कि हिंदुओं ने हनुमान जयंती के नाम पर उद्दंडता की है जिसे साजिश और दंगा भड़काने का प्रयास बताते हुए शिवराज यादव और अन्य ने सरकंडा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने भी आरोपियों के खिलाफ धारा 147 148 149 341 395 ए ,153 ए, 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है, तो वही वीडियो और फोटो के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही कर रही है। इस मामले में जानकारी देते हुए शिवराज यादव ने बताया कि मोहल्ले में और सोशल मीडिया पर भी विधर्मियो के हनुमान जयंती पर पोस्टर लगाए गए थे, अगर बजरंगबली और हिंदू धर्म पर उनकी आस्था होती तो वे नियमित हिन्दू धार्मिक आयोजनों में शामिल होते ।

धनंजय गोस्वामी ने बताया कि जो लोग प्रसाद तक नहीं खाते , जो किसी और धर्म के देवी देवताओं पर यकीन नहीं करते, उनके द्वारा यह रैली किसी सामाजिक सौहार्द और आपसी भाईचारे के लिए नहीं बल्कि हिंदू धर्म को बदनाम करने के लिए निकाली गई थी, नहीं तो हनुमान जयंती की रैली में भला कौन इस तरह के अजीबोगरीब हथियार लेकर निकलता है, क्योंकि रैली में कुछ युवक हाथ में चैन स्प्राॅकेट से बने अजीबोगरीब हथियार के साथ देखे गए। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, देखना होगा कि आरोपियों की कब तक गिरफ्तारी होती है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *