ASI ने अपनी पत्नी के नाम से कराई जमीन की रजिस्ट्री…..पीड़ित ने लगाया डॉक्टरी रिपोर्ट तक को बदलने का गंभीर आरोप….कहा न्याय नही मिला तो फर्जीवाड़ा करने वालो के लिए लडूंगा आखरी दम तक लड़ाई….

राकेश खरे की रिपोर्ट
खासखबर बिलासपुर/ रतनपुर थाना के अपराध कमांक 614/2022 के अपराधी निरजंन सिंह की पत्नी नीतू सिंह से भूमि रतनपुर स्थित खसरा नंबर-606/5 में से 1750 वर्गफीट भूमि दिनांक 07/09/2022 मो खरीदने के 02 दिन पश्चात् सिम्स अस्पताल बिलासपुर में सी.टी. स्केन एवं जांच में नार्मल पाये जाने के उपरांत क्वेरी में गंभीर चोट लिखवाकर थाना-रतनपुर के अपराध कमांक-615/2022 में आपराधिक षड्यंत्र के तहत् धारा-307 जोड़कर गिरफ्तारी करने की शिकायत की मांग की गयी है…दरसल ग्राम-मोहदा रतनपुर
निवासी अरविन्द जायसवाल ने बिलासपुर प्रेस क्लब में मीडिया से बात की…उन्होंने कहा की मैं कृषि का कार्य करता हूँ दिनांक 16/07/2022 को गांधीनगर रतनपुर में सीमांकन के समय आपस में झुमा-झपटी, गाली-गलौच हुआ था जिस पर अपराध कमांक-614/2022 ए 615/2022 धारा-294, 506, 323, 34 भा. द. वि. दोनों तरफ से दर्ज किया गया था।

सहायक उप निरीक्षक हेमन्त सिंह उक्त प्रकरण का विवचना कर रहा था। जो कि निरंजन सिंह अपराध कमांक-614/2022 का अपराधी है कि पत्नी का भूमि जो मौजा -रतनपुर खसरा नंबर-37/17 में स्थित है। जिसका उ.नं-60e/5 से 1750 वर्गफीट जिसका बजारू कीमत-1,28,000/-रु. है। जबकि वास्ताविळ कीमत यहां लगभग 12,00,000/-रु है को लेने बाबत् सौदा किया था।उक्त भूमि को निरंजन सिंह से लेने के लिए सौंदा करने बाद निरंजन सिंह एवं राजेश सिंह से सांठ-गांठ कर डॉक्टर अविनाश सिंह से निरंजन सिंह राजेश सिंह एवं सहायक उप निरीक्षक हेमन्त सिंह अपराधिक षड़यंत्र किये एवं राजेश सिंह क्षत्रीय को सिम्स रीफर कराये, जहां सिम्स में दिनांक 16/07/2022 का भर्ती किया जाकर सीटी. स्केन एवं ईलाज किया गया जिसमें सिर में नार्मल अर्थात गंभीर या अस्थि भंग का चोंट नहीं पाया गया एवं दिनांक 17/07/2022 को डिस्वार्ज किया गया। सहायक उपनिरीक्षक हेमंत सिंह ने दिनांक 07/09/2022 को अपनी पत्नी के नाम से आहत भाभी नीतू सिंह से भूमि की रजिस्ट्री कराया एव
सिम्स अस्पताल द्वारा कराये गये सी.टी. स्केन की रिपोर्ट को छिपाते हुए आपराधिक षडयंत्र के परिप्रेक्ष्य में अविनाश सिंह से क्वेरी रिपोर्ट मांगा, जिस पर डॉ. अविनाश सिंड सी.एच.सी. रतनपुर द्वारा गंभीर/मृत्यु संभावित रिपोर्ट दिया गया, जबकि सिम्स अस्पताल के डॉक्टर द्वारा सी.टी. स्केन एवं अन्य जांच कराया गया है जिसमें नार्मल पाया गया है, तब उक्त सी.टी. स्केन को छिपाते हुए गंभीर चोंट होना दर्शाकर धारा 307 लगाकर निर्दोष लोगों को फंसाया जाकर जेल में निरूद्ध कराया गया है।
उक्त षडयंत्र में थाना प्रभारी निरीक्षक शरद चन्द्रा, श्री साहू, निरंजन सिंह, राजेश सिंह एवं डॉ. अविनाश सिंह शामिल है, जिनके द्वारा नार्मल चॉट को गभीर चोंट बताकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर धारा 307 लगवाया गया है और जिसके कारण निर्दोष लोगों को जेल में निरूद्ध रहना पड़ रह है।पीड़ित ने मीडिया के माध्यम से न्याय की गुहार लगायी है…जिसमे उन्होंने कहा है की वरिष्ठ एवं निष्पक्ष अधिकारी से जांच कराई जाकर सहायक उपनिरीक्षक हेमन्त सिंह तथा अपराधिक षडयंत्र करने वाले के विरुद्ध उचित कार्यवाही करायी जाये एवं दण्डित किया जाए…