नगर निगम के चुनाव का आरक्षण होने के बाद सुगबुगाहट शुरू
मेयर का चुनाव लड़ने वाले दावेदारों ने ठोका ताल
महापौर के लिए एडी चोटी एक करके टिकिट के लिए जूझने लगे नेता
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के महापौर और अध्यक्ष पदों के लिए आरक्षण प्रक्रिया लॉटरी के माध्यम से पूरी कर ली गई है। इस बार 14 नगर निगमों में 5 नगर निगम महिला के लिए आरक्षित किए गए है।आरक्षण प्रक्रिया के बाद राज्य के सभी नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में चुनाव की अधिसूचना जल्द जारी की जाएगी। इस बार चुनावों में बड़ी संख्या में महिला उम्मीदवारों के भाग लेने की उम्मीद है। रायपुर नगर निगम भी इस बार महिला सामान्य के लिए आरक्षित किया गया है। आरक्षण प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद महिलाओं भी खुश नजर आईं। व बिलासपुर के लिए ओबीसी आरक्षित होने के बाद कई दावेदारों के बीच सुगबुगाहट शुरु हो गई है।चुनाव लड़ने वाले दावेदारों ने अपने हिसाब से अपने आपको सबसे बढ़िया और अच्छा दावेदार बताया है।
रायपुर और बिलासपुर में कांग्रेस और भाजपा दोनो में किन कई नामों की होने लगी चर्चा
प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े नगर निगम बिलासपुर में मेयर का पद ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है। आरक्षण के इस ऐलान के बाद राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। राजनीतिक दलों ने मेयर पद के लिए संभावित चेहरों और जीत की रणनीतियों पर काम शुरू कर दिया है।
कौन होगा बिलासपुर का नया महापौर
आरक्षण सूची जारी होते ही यह स्पष्ट हो गया है कि किस शहर और नगर में मेयर और अध्यक्ष पद किस वर्ग के लिए आरक्षित होंगे। इसके साथ ही नगरीय निकाय चुनाव का माहौल भी गर्म होने लगा है। बिलासपुर का मेयर पद इस बार ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित है। यह पहला मौका नहीं है जब बिलासपुर में मेयर का पद ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित हुआ हो। इससे पहले भी यहां दो बार सामान्य वर्ग, दो बार ओबीसी वर्ग और एक बार सामान्य महिला के लिए यह पद आरक्षित हो चुका है।इसलिए कई लोग अपने आपको दावेदार बताकर एडी चोटी एक कर रहे है।
पुराने और नए चेहरे बंगले और रायपुर से तक करने लगे दौड़
नगर निगम का आरक्षण होने के बाद चुनाव लड़ने वाले नेताओं ने बंगले और रायपुर तक अपनी दौड़ लगानी शुरू कर दी है।चूंकि बिलासपुर में विधायक अमर अग्रवाल के पसंद के ही मेयर का टिकिट मिलेगा इसलिए मेयर के दावेदर बंगले के चक्कर ज्यादा लगा रहे है।
कांग्रेस के मेयर के दावेदार रायपुर से लेकर दिल्ली तक दौड़
कांग्रेस की तरफ से महापौर का चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी अभी से रायपुर और दिल्ली तक का दौड़ लगाने लगे है।चूंकि बिलासपुर ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित हुआ है।इसलिए ओबीसी वर्ग से जुड़े नेता अपने नेता और टिकिट देने वाले नेताओं के पास जाने लगे है।
किसकी किस्मत खुलती है और किसे टिकिट मिलती है यह सस्पेंस बरकरार
भाजपा ,कांग्रेस और अन्य निर्दलीय पार्टियों में अभी तक किसी के भी नाम की घोषणा नहीं हुई है इसलिए यह रहस्य बना हुआ है कि भाजपा और कांग्रेस का टिकिट किसे मिलेगा ।चूंकि यह सीधा मुकाबला दोनों पार्टी के नेताओं के बीच रहेगा इसलिए उम्मीद भी इन्हीं लोगों के बीच बना हुआ है। देखा जाए तो ऐसे कई नाम सामने आ रहे है।लेकिन तय करना मुश्किल है कि किसको टिकिट मिलता है और किसका भाग्य मेयर के लिए खुलता है।