पांच साल पहले किए वादे क्या पूरी कर पाई तखतपुर विधायक रश्मि सिंह ठाकुर ?….जिन वादों की वजह से जीती थी चुनाव !…. उसके बारे में क्यों नही बोल पा रही संसदीय सचिव
बिलासपुर। रश्मि सिंह बिलासपुर जिले के तखतपुर विधानसभा सीट से 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार विधायक चुनी गई है। उनका जन्म 1 जून 1964 को हुआ है। उन्होंने बीएससी बायो एलएलबी (गोल्ड मेडलिस्ट) एवं एलएलएम पीएचडी की डिग्री ली है। वे अधिवक्ता छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय भी हैं। 2020 में उन्हें संसदीय सचिव छत्तीसगढ़ शासन बनाया गया है। उन्होंने छजका के संतोष कौशिक और भाजपा की हर्षिता पांडे को चुनाव में हराया है। चुनाव जीतने के लिए बहुत सारे वादे उनके द्वारा किए गए । जिनमे प्रमुख :
१. सिर्फ एक रुपए रखकर विधायक को दी जाने वाली मासिक भुगतान का पूरा पैसा जन सहयोग में खर्च करूंगी ।मरीजों के स्वास्थ्य सेवा और आवश्यकता में अनुदान करके ।
२. बुजुर्गो को पेंशन के लिए कही जाना नही पड़ेगा, घर पहुंच सेवा उपलब्ध कराया जाएगा ।
३. बिजली सप्लाई के साथ ट्रांसफार्मर की व्यवस्था ।
और भी बहुत सारे वादों किए । जिनसे प्रभावित होकर जनता ने उन्हें अपना मुखिया चुना । लेकिन जीतने के बाद क्या वह इस वादों को पूरा कर पाई । क्या राशि सिंह ठाकुर ने अपने विधायक मानदेय के का पैसा जनकल्याण में खर्च किया ? अगर किया तो उसका विवरण और माध्यम को क्यों जनता के सामने उजागर नही कर रही । क्यों आज भी बुजुर्ग पेंशन धारियों को पेंशन लेने के लिए भटकना पड़ रहा । पिछले पांच वर्ष में उनके द्वारा किए गए कार्यों पर जनता सवाल उठा रही । अधिक विधायक निधि वाले कार्यों की घोषणा करने के पश्चात उसमे हुए घोटाले की जांच की कार्यवाही के पश्चात भी उनका कोई बयान नहीं आ रहा । कब अपनी चुप्पी तोड़ेंगी विधायक महोदया और जनता द्वारा पूछे जाने वाले सवालों का जवाब देंगी ।
इस साल उनके विरुद्ध भाजपा प्रत्याशी धरमजीत सिंह खड़े है जो की अनुभवी और प्रबल दावेदार है। क्या उन्हे अपने धूमिल छवि के साथ मात दे पाएंगी रश्मि सिंह । मुकाबला बड़ा है । 17 तारीख को जनता द्वारा मतदान कर इनका भाग्य तय किया जायेगा ।